धर्म शास्त्र वेदों से श्रीमद्‌भागवत पुराण सर्वश्रेष्ठ महापुराण है। भागवत कथा श्रवण करने मात्र से दुधंकारी, राजा परीक्षित का उद्धार हो गया। इसलिए हम यही प्रयास करें कि जब भी भागवत कथा श्रवण का अवसर मिले तो उसे अवश्य ग्रहण करना चाहिए ताकि हमारा भी कल्याण हो सके।

यह बात कथावाचक पं भीमाशंकर शास्त्री धारियाखेड़ी वाले ने ग्राम पंचायत सेवना के ग्राम चिकली में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुई कहीं। उन्होंने कहा कि मानव शरीर मिलना बड़ा दुर्लभ है। यह हमें पिछले जन्म के सत्कर्म के फल के रूप में मिला है। इसलिए इसे शुद्ध मन और पूर्ण विश्वास के साथ भगवान की भक्ति में लगाना चाहिए, ताकि हमारा यह और अगला जन्म भी सुधर जाए।